हम में से बहुत से लोग है जो लोन लेने से डरते है, क्योकि हमें अपनी इज्जत से बड़ा प्यार होता है और हम नहीं चाहते की वेवजह किसी तरह की बात बने और समाज में हमारी बदनामी हो I
लेकिन जिन्दगी की गाड़ी चलाते चलाते हम मध्यम वर्गीय लोगो को ऐसी जरुरत आ पड़ती है जब हमें अचानक ही किसी से पैसे उधार लेने की जरुरत पड़ जाती है Iअब हमारे पास कुछ गिने चुने विकल्प होते है जिनसे हम मदद के लिए गुहार लगाते है
पहले नंबर पर आते है हमारे दोस्त- किसी भी अचानक जरुरत पड़ने पर सबसे पहले हम अपने दोस्तों , सगे संबंधियों से विनती करते है की कुछ समय के लिये वो हमारी मदद कर दे I ऐसी स्थिति में कभी हमें मदद मिल जाती है और कभी नहीं मिलती है I
अगर हमें दोस्तो और रिश्तेदारों से सहायता नहीं मिलती है फिर हम ये देखते है की किस वस्तु के बदले में हमें पैसे मिल सकते है फिर वो चाहे गहने हो , कोई चल या अचल सम्पति I
सबसे आखिर में किसी शुभचिन्तक के कहने से ही हम बैंक का रुख करते है , ऊपर से वंहा की कागजी कार्यवाही से परेशांन हो जाते है, लेकिन इस समय ये परेशानी भी हमें कम लगती है क्योकि अभी तो हमें पहले से परेशान जिसके लिए हमें पैसो की जरुरत है , और फिर शुरू हो जाता है कभी न खत्म होने वाला लोन अर्थात कर्ज का सिलसिला I